गीता जी का सार/The Essence Of Gita Ji

चित्र
 गीता जी का सार श्रीमद्भगवद्गीता की पटकथा लगभग 5500 वर्ष पूर्व श्री वेदव्यास जी द्वारा लिखी गई थी और श्री कृष्ण जी में प्रवेश करते हुए यह बात ब्रह्म, केशर पुरुष यानी ने कही थी। भगवान काल। इससे पहले के लेख में विस्तार से बताया गया है कि श्रीमद् भगवद् गीता का ज्ञान किसने दिया? साक्ष्यों के टुकड़ों ने यह सिद्ध कर दिया है कि भगवान काल (केशर पुरुष/ज्योति निरंजन Lord) ने महाभारत के दौरान युद्ध के मैदान में योद्धा अर्जुन को पवित्र गीता जी का ज्ञान दिया था । श्रीमद्भगवद्गीता का ज्ञान देने में श्री कृष्ण जी की कोई भूमिका  है। इसमें पूरी भूमिका काल  BHI की है। केशर पुरुष जो 21 ब्रह्मांडों के मालिक हैं। कृपया पढ़ें: क्या-भगवान-कृष्ण-वास्तव में सर्वोच्च-भगवान? उपरोक्त जानकारी के आधार पर हमें सबसे स्थायी प्रश्न के उत्तर को समझने का प्रयास करना चाहिए; सच्ची संदेश क्या है जो पवित्र श्रीमद् भागवत गीता भक्तों को प्रदान करता है? आइए जानते हैं क्या है श्रीमद्भगवद्गीता का सार? गीता अध्याय 7 श्लोक 18 में गीता के ज्ञान दाता ने अपनी उपासना बताई है, उसकी प्राप्ति कमतर है। उन्होंने इसे सस्ता इसलि...

रूस का बड़ा आरोप: अमेरिकी युद्धपोत ने हमारे जलक्षेत्र में की घुसपैठ की कोशिश, हमने पीछा कर खदेड़ा/Russia's big allegation: US warship attempts to infiltrate our waters, we chased away

 NEWS VISTAR SE- रूस के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को आरोप लगाते हुए कहा कि हमने शुक्रवार को एक अमेरिकी नौसेना के युद्धपोत को उसके जल क्षेत्र में घुसपैठ करने से रोक दिया। रूस ने कहा कि अमेरिकी नौसेना ने युद्धपोत के द्वारा जापान सागर के उसके जल क्षेत्र में घुसपैठ करने का प्रयास किया। वहीं मंत्रालय ने इस घटना के बाद कहा कि अमेरिकी नौसेना को रूसी जल क्षेत्र से वापस जाने को लेकर बार- बार चेतावनी दी गई जिसे नजरअंदाज करने के चलते रूसी युद्धपोत को अमेरिकी युद्धपोत का पीछा करना पड़ा। उन्होंने कहा कि अमेरिकी युद्धपोत ने बाद में अपना रास्ता बदल लिया और वापस लौट गया।

रूस का आरोप- अमेरिका हेलीकॉप्टर लॉन्च करने की फिराक में था

रूसी मंत्रालय ने आरोप लगाते हुए कहा कि अमेरिकी युद्धपोत चेतावनी के बाद भी नहीं हट रहा था क्योंकि उस समय वह अपने डेक से एक हेलीकॉप्टर लॉन्च करने की तैयारी कर रहा था। रूस ने कहा कि इस तरह की गतिविध के दौरान युद्धपोत की गति में किसी भी कीमत पर बदलाव नहीं की जा सकती। लेकिन जब हमने अपने युद्धपोत से खदेड़ा तो वे इस काम में विफल हो गए और वापस लौट गए। गौरतलब है कि चार महीने में यह दूसरी बार है जब रूस ने कहा है कि उसने अपने जलक्षेत्र से नाटो-सदस्यीय युद्धपोत का पीछा किया। जून में, रूस ने एक ब्रिटिश युद्धपोत पर क्रीमिया से काला सागर में अपने क्षेत्रीय जल में घुसपैठ करने का आरोप लगाया था।   हालांकि ब्रिटेन ने रूस के दावे को खारिज करते हुए कहा था कि उसका जहाज यूक्रेन के पानी में कानूनी रूप से चल रहा था।

अमेरिका ने रूस के दावे को किया खारिज

अमेरिकी नौसेना ने रूस के दावे को खारिज करते हुए कहा कि निर्देशित युद्धपोत चाफी जापान के सागर में नियमित संचालन कर रहा था। लेकिन रूस को गलतफहमी हुई कि हम किसी अवैध गतिविध को अंजाम दे रहे हैं। बता दें कि रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संबंध शीत युद्ध के बाद के निचले स्तर पर हैं, हालांकि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि इस सप्ताह उन्होंने अपने अमेरिकी समकक्ष जो बाइडन के साथ एक ठोस संबंध स्थापित किया और संबंधों में सुधार की संभावना देखी।



🙏🙏🙏🙏🙏

Ancient World 369






 




 





 




 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

रहस्य, भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत के युद्ध के लिए कुरुक्षेत्र को ही क्यों चुना? Mystery, why did Lord Krishna choose Kurukshetra for the battle of Mahabharata?

जानिए गहरा रहस्य! क्या राधा की वजह से भगवान कृष्ण ने छोड़ दिया था बांसुरी बजाना? Know the deep secret! Did Lord Krishna give up playing flute because of Radha?

जब भगवान हनुमान जी और बाली लड़े, तो जानिए कौन जीता? When Lord Hanuman and Bali fought, know who won?