गीता जी का सार/The Essence Of Gita Ji

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 गीता जी का सार श्रीमद्भगवद्गीता की पटकथा लगभग 5500 वर्ष पूर्व श्री वेदव्यास जी द्वारा लिखी गई थी और श्री कृष्ण जी में प्रवेश करते हुए यह बात ब्रह्म, केशर पुरुष यानी ने कही थी। भगवान काल। इससे पहले के लेख में विस्तार से बताया गया है कि श्रीमद् भगवद् गीता का ज्ञान किसने दिया? साक्ष्यों के टुकड़ों ने यह सिद्ध कर दिया है कि भगवान काल (केशर पुरुष/ज्योति निरंजन Lord) ने महाभारत के दौरान युद्ध के मैदान में योद्धा अर्जुन को पवित्र गीता जी का ज्ञान दिया था । श्रीमद्भगवद्गीता का ज्ञान देने में श्री कृष्ण जी की कोई भूमिका  है। इसमें पूरी भूमिका काल  BHI की है। केशर पुरुष जो 21 ब्रह्मांडों के मालिक हैं। कृपया पढ़ें: क्या-भगवान-कृष्ण-वास्तव में सर्वोच्च-भगवान? उपरोक्त जानकारी के आधार पर हमें सबसे स्थायी प्रश्न के उत्तर को समझने का प्रयास करना चाहिए; सच्ची संदेश क्या है जो पवित्र श्रीमद् भागवत गीता भक्तों को प्रदान करता है? आइए जानते हैं क्या है श्रीमद्भगवद्गीता का सार? गीता अध्याय 7 श्लोक 18 में गीता के ज्ञान दाता ने अपनी उपासना बताई है, उसकी प्राप्ति कमतर है। उन्होंने इसे सस्ता इसलि...

Astrology: मंगल का तुला राशि में प्रवेश, पांच दिसंबर तक इन सात राशियों के लिए आएगा अच्छा समय.

 महान पराक्रमी ग्रह पृथ्वी पुत्र मंगल 22 अक्टूबर 2021 की सुबह तुला राशि में प्रवेश कर रहे हैं। इस राशि पर ये 5 दिसंबर की सुबह 5 बजकर 55 मिनट तक गोचर करेंगे उसके बाद अपनी राशि वृश्चिक में प्रवेश कर जाएंगे। मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल कर्क राशि में नीचराशि के तथा मकर राशि में उच्च राशि के माने गए हैं। तुला राशि में इनके आगमन का अन्य राशियों पर कैसा प्रभाव पड़ेगा इसका ज्योतिषीय विश्लेषण करते हैं।


मेष राशि

राशि से सप्तम दाम्पत्य भाव में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव स्वास्थ्य दृष्टि से तो अनुकूल रहेगा किंतु दांपत्य जीवन में कड़वाहट आ सकती है। अपनी जिद एवं आवेश पर नियंत्रण रखते हुए कार्य करेंगे तो अधिक सफल रहेंगे। शादी विवाह से संबंधित वार्ता में थोड़ा और विलंब हो सकता है। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में प्रतीक्षित कार्यो का निपटारा होगा। किसी भी तरहकी सरकारी नौकरीके लिए आवेदन करना चाह रहे हों तो अवसर अनुकूल रहेगा।

वृषभ राशि

राशि से छठे शत्रु भाव में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। शत्रु परास्त होंगे, कोर्ट कचहरी के मामलों में भी निर्णय आपके पक्ष में आने के संकेत। कोई भी बड़े से बड़ा कार्य-व्यापार आरंभ करना हो अथवा किसी नये अनुबंध पर हस्ताक्षर करना हो तो दृष्टि से भी अवसर अनुकूल रहेगा। अपनी योजनाओं को गोपनीय रखते हुए कार्य करेंगे तो अधिक सफल रहेंगे। स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। ननिहाल पक्ष से रिश्ते बिगड़ने न दें।

मिथुन राशि

राशि से पंचम विद्या भाव में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव काफी मिलाजुला रहेगा। इंजीनियरिंग के क्षेत्र में पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों के लिए लाभ के और अवसर आएंगे। रचनात्मक कार्यों में आशातीत सफलता मिलेगी। संतान संबंधी चिंता परेशान कर सकती है। नव दंपत्ति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग। प्रेम संबंधी मामलों में उदासीनता रहेगी इसलिए कार्य के प्रति चिंतनशील रहें। परिवार के सदस्यों एवं बड़े भाइयों से रिश्ते बिगड़ने न दें।

कर्क राशि

राशि से चतुर्थ सुख भाव में मंगल का प्रभाव काफी मिलाजुला और उतार-चढ़ाव वाला रहेगा। कार्य व्यापार की दृष्टि से तो ग्रह गोचर उत्तम रहेगा किंतु किसी न किसी कारण से पारिवारिक कलह एवं मानसिक अशांति का सामना करना पड़ेगा। मित्रों से भी अप्रिय संबंधी समाचार प्राप्ति के योग। यात्रा सावधानी पूर्वक करें। सामान चोरी होने से बचाएं। जमीन-जायदाद से सम्बंधित मामलों का निपटारा होगा। नया मकान अथवा वाहन खरीदना चाह रहे हों तो भी अवसर अनुकूल रहेगा।

सिंह राशि

राशि से तृतीय पराक्रम भाव में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव बेहतरीन कामयाबियों रहेगा। जो सफलता चाहेंगे जैसी सफलता चाहेंगे हासिल करेंगे किंतु अपने स्वभाव में उग्रता न आने दें। अपनी ऊर्जाशक्ति का सकारात्मक प्रयोग करेंगे तो अधिक सफल रहेंगे। धर्म एवं आध्यात्मिकके प्रति रुचि बढ़ेगी। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकताके लिए किया गया प्रयास सफल रहेगा। परिवारमें छोटे भाइयों से मतभेद न पैदा होने दें। प्रापर्टी से संबंधित मामले आपस में समझाएं।

कन्या राशि

राशि से द्वितीय धन भाव में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव कई तरह के अप्रत्याशित परिणाम दिलाएगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद फिर भी इस अवधि के मध्य किसी और को धन उधार के रूप में न दें अन्यथा आर्थिक हानि का सामना करना ही पड़ेगा। कार्य व्यापार में भी उन्नति होगी। कठोर भाषा का प्रयोग करने से बचें। स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। कार्य क्षेत्र में भी षड्यंत्र का शिकार होने से बचें।

तुला राशि
आपकी राशि में मंगल आना काफी मिलाजुला रहेगा क्योंकि, इस राशि के जातकों लिए मंगल कहीं न कहीं नुकसानदेय भी रहते हैं इसलिए ऐसे समय में कार्य क्षेत्र में भी झगड़े विवाद से बचें। किसी भी तरह के विवादित मामले आपस में ही समझाएं। अपनी ऊर्जाशक्ति का प्रयोग अच्छे कार्यों में करें। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में किसी भी तरह के टेंडर आदि का भी आवेदन करना चाह रहे हैं तो सफल रहेंगे। उच्चाधिकारियों से पूर्ण सहयोग मिलेगा।

वृश्चिक राशि
राशि से बारहवें व्यय भाव में गोचर करते हुए मंगल काफी भागदौड़ एवं अपव्यय का सामना करवाएंगे। विवादों से दूर ही रहें। यात्रा के समय सामान चोरी होने से बचाएं परिवार के वरिष्ठ सदस्य एवं छोटे भाइयों से भी मतभेद बढ़ने न दें। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों को परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए और प्रयास करने होंगे। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। शत्रु परास्त होंगे और कोर्ट कचहरी के मामलों में भी निर्णय आपके पक्ष में आने के संकेत।

धनु राशि
राशि से एकादश लाभ भाव में गोचर करते हुए मंगल आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। सोची समझी सभी रणनीतियां कारगर सिद्ध होगी। सामाजिक पद प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी। चुनाव से संबंधित कोई निर्णय लेना चाह रहे हो तो उसमें भी सफल रहेंगे। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए अवसर और अनुकूल रहेगा। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। नव दंपत्तिके लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग। प्रेम संबंधी मामलों में उदासीनता रहेगी।

मकर राशि
राशि से दशम कर्म भाव में गोचर करते हुए मंगल आपके लिए बेहतरीन सफलता कारक रहेंगे। नौकरी में पदोन्नति तथा मान-सम्मान की वृद्धि होगी। शीर्ष नेतृत्व से सहयोग मिलेगा। माता-पिता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकता के लिए कियागया प्रयास सफल होगा जमीन जायदाद से संबंधित मामले सुलझेंगे। किसी भी तरह के सरकारी टेंडर के लिए आवेदन करना चाह रहे हों तो परिणाम सुखद रहेगा, ग्रह-गोचर अनुकूल हैं लाभ उठायें।

कुंभ राशि
राशि से नवम भाग्य भाव में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव अच्छा ही रहेगा, कहीं न कहीं कार्य में थोड़ी बाधा भी आएगी किंतु अंततः आप उसे पूर्ण करने में सफल रहेंगे। धर्म एवं आध्यात्म के प्रति रुचि बढ़ेगी। आपके द्वारा लिए गए निर्णय तथा किए गए कार्यों की सराहना भी होगी। एक बार जो ठान लेंगे उसे पूरा करके ही छोड़ेंगे। अपनी योजनाओं एवं रणनीतियों को गोपनीय रखते हुए कार्य करेंगे तो अधिक सफल रहेंगे। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी।

मीन राशि
राशि से अष्टम आयुभाव में गोचर करते हुए मंगल आपके लिए कई तरह की कठिन चुनौतियां पेश कर सकते हैं। कार्यक्षेत्र में विवादों से बचें षड्यंत्रकारी लोगों से भी सावधान रहें। आपके अपने ही लोग नीचा दिखाने की कोशिश करेंगें। दवाओं के रिएक्शन से बचें। जमीन जायदाद से संबंधित मामले भी आपस में समझाएं। परिवार में अलगाववाद की स्थिति उत्पन्न न होने दें। इस अवधि के मध्य किसी को भी अधिक धन उधार के रूप में न दें अन्यथा आर्थिक हानि के योग।



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